झाँसी शहर की पुरानी बस्ती में
मुन्ना विकास पुरी में रहता था और टोनी आज़ाद नगर में। ये दोनों मोहल्ले सटे हुए थे। मोहल्लों के बीच की सीमा पर एक नाली थी। मुन्ना और टोनी दोनों 11 वर्ष के थे और पड़ोस के सरकारी स्कूल में कक्षा 5 के विद्यार्थी थे।
एक दिन दोपहर में टोनी विकासपुरी से होता हुआ आज़ाद नगर की तरफ आ रहा था। एक भूरे रंग का पिल्ला उसके पास आकर उसके पैरों को सूंघने लगा। पिल्ला बड़ा मासूम और प्यारा था। टोनी ने उसे पुचकारते हुए उसके माथे को धीरे से छुआ और अपने घर की और चल दिया। कुछ कदम चलने के बाद टोनी ने पीछे मुड़ कर देखा तो पाया पिल्ला उसके पीछे पीछे चला आ रहा था।
नाली के पास आकर वह रुक गया। नाली उसके हिसाब से चौड़ी और गहरी थी